देवर्षि नारद मुनि की सीख अगर कोई व्यक्ति हमें सही सलाह दे रहा है तो उस सलाह को मान लेना चाहिए
17 मई को ज्येष्ठ मास की प्रतिपदा और द्वितीया तिथि एक ही दिन है। इस महीने की द्वितीया तिथि पर... आगे पढ़े

जन्मतिथि से जानें कैसा बीतेगा आपका बुधवार का दिन
ज्योतिषशास्त्र की तरह अंक ज्योतिष से भी जातक के भविष्य, स्वभाव और व्यक्तित्व का पता लगता है। जिस तरह हर... आगे पढ़े

सबसे अच्छा सखा है ज्ञान
आत्मा ही आनन्द का स्वरूप है। किसी भी सुखद अनुभूति में तुम आंखे मूंद लेते हो। जैसे जब किसी फूल... आगे पढ़े

सच्चे ज्ञानी की विशेषता
व्यक्ति सत्संगति से तीन वस्तुओं को-शरीर, शरीर का स्वामी या आत्मा तथा आत्मा के मित्र को- एक साथ संयुक्त देखता... आगे पढ़े
इन तीन स्थितियों में व्यक्ति का जीवन अक्सर कष्टमय होता है
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र के दूसरे अध्याय के आठवें श्लोक के जरिए तीन स्थितियों का वर्णन किया है |... आगे पढ़े

दूसरों के सामने किसी अपने को छोटा मत पड़ने दें
बात द्वापर युग में उस समय की है, जब पांडव वनवास में थे। एक बार दुर्योधन को किसी शत्रु द्वारा... आगे पढ़े

इसलिए रह जाती है पूर्व जन्म की स्मृतियां
माना जाता है कि संसार में हम जो भी काम करते अथवा बोलते हैं वह एक उर्जा के रूप में... आगे पढ़े

तुम्हारी सम्पदा है निष्ठा
यदि तुम सोचने हो कि ईश्वर में तुम्हारी निष्ठा ईश्वर का कुछ हित कर रही है, तो यह भूल है।... आगे पढ़े

नित अभ्यास से दर्शन कर सकते हैं ईश्वर का
सभी शास्त्र कहते हैं कि बिना भगवान को प्राप्त किये मुक्ति नहीं मिल सकती है। इसलिए भगवान की तलाश के... आगे पढ़े

सत्य की राह पर चलना क्यों जरूरी
एक बार काशी में भव्य सर्वधर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। महात्मा गांधी भी उस सम्मेलन में हिस्सा लेने के... आगे पढ़े

शिष्य बना प्रशंसा का पात्र
गंगा किनारे गुरु अभेंद्र का आश्रम था। एक बार देश में भीषण अकाल पड़ा। गुरु अभेंद्र ने संकटग्रस्तों की मदद... आगे पढ़े

सफलता चाहिए तो पहले ये सीखें
किसी भी काम में लगन का अपना महत्व होता है, सफलता आपकी एकाग्रता पर ही निर्भर करती है। आप संसार... आगे पढ़े

जैसा सोचेंगे वैसा ही फल मिलेगा
यदि आपका मन प्रसन्न नहीं है तो इसका जिम्मेदार कोई और नहीं है बल्कि आप स्वंय हैं। इसी प्रकार अगर... आगे पढ़े

समता की अनुभूति
मनोबल के विकास का दूसरा सूत्र बताया गया है- स्व दर्शन समता का दर्शन या परमात्मा का दर्शन। प्रांस की... आगे पढ़े

चैतन्यता जरूरी
स्मृति और विस्मृति दोनों संतुलन अपेक्षित हैं। कुछेक व्यक्तियों में विस्मृति की बड़ी मात्रा होती है। वह हमारी चेतना की... आगे पढ़े

उपाय भी ठीक से हो
एक सास ने बहू से कहा, 'बहूरानी! मैं अभी बाहर जा रही हूं। एक बात का ध्यान रहे, घर में... आगे पढ़े

दूसरों का हित करने में मिलता है सच्चा सुख
शास्त्रों की बात , जानें धर्म के साथ एक दयालु किसान था। वह सभी के काम आता था। उसकी दो... आगे पढ़े

विचारों की तरंगें
राजा की सवारी निकल रही थी। सर्वत्र जय-जयकार हो रही थी। सवारी बाजार के मध्य से गुजर रही थी। राजा... आगे पढ़े

अज्ञान का आवरण
गुरू के पास डंडा था। उस डंडे में विशेषता थी कि उसे जिधर घुमाओ, उधर उस व्यक्ति की सारी खामियां... आगे पढ़े

प्रार्थना की शक्ति का महत्व...
मनुष्य का जीवन उसकी शारीरिक एवं प्राणिक सत्ता में नहीं, अपितु उसकी मानसिक एवं आध्यात्मिक सत्ता में भी आकांक्षाओं तथा... आगे पढ़े

सफलता हासिल करने के लिए संघर्षों का सामना करना ही पड़ता है!
शास्त्रों की बात , जानें धर्म के साथ एक व्यक्ति ने तितली का एक लारवा देखा जो एक सुरक्षित खोल... आगे पढ़े

विश्वास की ताकत
एक अंग्रेज अफसर अपनी नवविवाहिता पत्नी के साथ जहाज में सवार होकर सफर पर निकला। रास्ते में समुद्र में जोर... आगे पढ़े

सुखी रहना है तो ईश्वर से शिकायत न करें
इंसानों की एक सामान्य आदत है कि तकलीफ में वह भगवान को याद करता है और शिकायत भी करता है... आगे पढ़े

जीवन का अर्थ बताती है अर्थी
जीवन भर व्यक्ति इसी सोच में उलझा रहता है कि उसका परिवार है, बीबी बच्चे हैं। इनके लिए धन जुटाने... आगे पढ़े

दान और परोपकार से घटता नहीं है धन
सभी धर्मों में कहा गया है कि दान करो। दान करने से धन घटता नहीं है बल्कि आपका धन बढ़ता... आगे पढ़े

दया करने वालों की जय-जयकार होती है
हर व्यक्ति अधिक से अधिक धन कमाने के पीछे व्यवहारिकता एवं मानवीय मूल्यों को भूलता जा रहा है। रास्ते में... आगे पढ़े

भक्त के भीतर रहते हैं कृष्ण
जब भगवान चैतन्य बनारस में हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन का प्रवर्तन कर रहे थे, तो हजारों लोग उनका अनुसरण... आगे पढ़े

द्वंद्व के बीच शांति की खोज
केवल ज्ञान की बातें करों। किसी व्यक्ति के बारे में दूसरे व्यक्ति से सुनी बातें मत दोहराओ। जब कोई व्यक्ति... आगे पढ़े

अपूर्णता से पूर्णता की ओर
मनुष्य का बाह्य जीवन वस्तुत: उसके आंतरिक स्वरूप का प्रतिबिम्ब मात्र होता है। जैसे ड्राइवर मोटर की दिशा में मनचाहा... आगे पढ़े

जीवन : परमात्मा का अनमोल उपहार
जीवन परमात्मा का अनमोल उपहार है। यह स्वयं ही इतना दिव्य, पवित्र और परिपूर्ण है कि संसार का कोई भी... आगे पढ़े