सीएम योगी के गृहक्षेत्र गोरखपुर में सड़कों का विस्तार और सौंदर्यीकरण का काम जल्द होगा शुरु
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर के गोलघर क्षेत्र की प्रमुख सड़कों का विस्तार और सौंदर्यीकरण करने का काम जल्द शुरु होगा है। कचहरी चौराहा से काली मंदिर तक की सड़क की चौड़ाई 20 से बढ़ाकर 28 मीटर होगी। इस परियोजना के तहत सड़क के दोनों तरफ पाथवे, पार्किंग, बैठने की सुविधा और डक्ट जैसी आधुनिक सुविधाओं का निर्माण होगा।
सीएम योगी की गोरखपुर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने की योजना के तहत नगर निगम ने गोलघर क्षेत्र में सड़कों के चौड़ीकरण और अन्य सुविधाओं का प्रस्ताव तैयार किया है। सीएम ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट (सीएम ग्रिड) योजना के अंतर्गत प्रोजेक्ट के लिए 49.91 करोड़ रुपये का बजट प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जैसे ही बजट स्वीकृत होता है, कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
गोलघर क्षेत्र में मुख्य कार्य में कचहरी चौराहा से काली मंदिर तक सड़क का निर्माण होना है। जिसकी लंबाई 842 मीटर
और चौड़ाई 28 मीटर (सड़क की चौड़ाई 7-7 मीटर दोनों तरफ) है। इन सड़क के दोनों ओर 3-3 मीटर चौड़ा पाथवे, 2-2 मीटर में पार्किंग, 1.5 मीटर चौड़ा डिवाइडर, और सवा-सवा मीटर में बेंच व पौधारोपण। इस निर्माण कार्य की लगात 11.39 करोड़ रुपये आंकी गई है।
वहीं शिवाय होटल से विजय चौक होकर गणेश चौक तक सड़क की लंबाई 1.25 किलोमीटर और चौड़ाई 15 मीटर (अभी यह 8 मीटर चौड़ी है) करना है। सड़क के दोनों तरफ 1.5 मीटर चौड़ा पाथवे, बीच में 1-1 मीटर चौड़ाई में पौधारोपण। विजय चौक से अग्रसेन तिराहा तक सड़क को वनवे करने का भी विचार। इस काम की लागत: 13.89 करोड़ रुपये।
शास्त्री चौक से टाउनहाल तक (आंबेडकर चौक होते हुए) सड़क की लंबाई 2.37 किलोमीटर, चौड़ाई 15 मीटर होगी। सड़क के दोनों ओर 1.5 मीटर चौड़ा पाथवे, पाथवे और सड़क के बीच में पौधारोपण किया जाएगा। इसकी लागत: 23.63 करोड़ रुपये।
इतना ही नहीं राप्तीनगर में 37.64 करोड़ रुपये की लागत से 2.40 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण जल्द शुरू होने वाला है। इस प्रोजेक्ट में राजीव नगर कुआं से लेकर राप्तीनगर उपकेंद्र, शाहपुर थाना, मेडिकल कॉलेज रोड, गंगा नगर चौराहा और मातनहेलिया से दूरदर्शन होते हुए मेडिकल कॉलेज रोड तक सड़क निर्माण और बिजली लाइन शिफ्टिंग का काम भी शामिल है। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल यातायात को व्यवस्थित करना है, बल्कि गोरखपुर की व्यस्त सड़कों पर जाम से भी राहत दिलाना है।