यूपी लोक सेवा आयोग ने मांगी मांग............फिर भी आंदोलन क्यों कर रहे छात्र
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद, यूपी लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2024 की प्रारंभिक परीक्षा को एक दिन और एक शिफ्ट में करने का फैसला किया है, इससे अभ्यर्थियों की मांग मान ली गई है। लोकसेवा आयोग ने साफ किया कि अब पीसीएस भर्ती परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा। हालांकि, समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी 2023 की प्रारंभिक परीक्षा को स्थगित किया गया है। इसके अलावा, आयोग ने परीक्षा पैटर्न तय करने के लिए एक समिति गठित की है।
इस फैसले के बावजूद, प्रतियोगी छात्रों का विरोध शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी है। छात्रों का कहना है कि आयोग ने एक भर्ती परीक्षा की मांग पूरी की है, जबकि दूसरी की मांग अभी अधूरी है। आंदोलन कर रहे छात्रों ने कहा कि जब तक दोनों भर्ती परीक्षाओं के लिए उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होती और आयोग द्वारा आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जाता, वे अपना विरोध जारी रखने वाले है। प्रतियोगी छात्रों ने 4 दिनों से अधिक समय से यूपी लोक सेवा आयोग की दो बड़ी भर्तियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। छात्र-छात्राएं पोस्टर-बैनर के साथ, बोतलें, थालियां और ड्रम पीटते हुए लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। उनकी मुख्य मांग यह है कि परीक्षा एक दिन और एक शिफ्ट में आयोजित की जाए और नॉर्मलाइजेशन का फार्मूला लागू न किया जाए।
उक्त निर्णय के तहत, पीसीएस 2024 की प्रारंभिक परीक्षा पहले प्रस्तावित 7 और 8 दिसंबर को होनी थी, लेकिन अब तारीखें अभी तय नहीं हैं। इसके अलावा, समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी 2023 की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को प्रस्तावित थी, जिसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।