कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप: मंत्री ने कहा 'छोटी घटना', बवाल मचा

Kolkata Case:कोलकाता के लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की विवादित बयानबाजी का दौर जारी है। वरिष्ठ तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी और विधायक मदन मित्रा के बाद अब ममता सरकार में सिंचाई एवं जलमार्ग मंत्री डॉ. मानस रंजन भुइयां ने इस घटना पर विवादित टिप्पणी की है।
उन्होंने मंगलवार को डॉक्टर्स डे पर कोलकाता मेडिकल कॉलेज में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुए सामूहिक दुष्कर्म को छोटी घटना बताया। भुइयां ने कहा कि पहलगाम में हमें मारने वाले आतंकवादी अभी तक नहीं पकड़े गए हैं और वे (भाजपा) हमेशा बंगाल को ही निशाना बनाते हैं। कोई भी छोटी-मोटी घटना होती है तो कुछ लोग ऐसे रोने लगते हैं, जैसे कि कोई प्रलय आ गया हो।
परिवार में होती रहती हैं छोटी घटनाएं'
भुइयां ने आगे कहा कि मैं आप सभी से आग्रह करना चाहता हूं कि अपने आप को कम मत आंकिए, आप सभी ममता बनर्जी के सिपाही हैं। हां, घटनाएं होती हैं, यहां तक कि अपने ही परिवार में। कहीं पति ने पत्नी को मार दिया, पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को चट्टान से धक्का दे दिया...ये समाज के संकट हैं। हमारी मुख्यमंत्री हर घटना को एक मां की तरह संभालती हैं। मैं अपने फेडरेशन के लड़कों और लड़कियों से अपील करता हूं कि वे उनके साथ खड़े रहें।
'तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा मेरा बयान
इधर, टिप्पणी पर विवाद बढऩे के बाद मंत्री भुइयां ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई दी कि मेरे बयान को मीडिया द्वारा तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। इससे मुझे गहरा सदमा लगा है। उन्होंने कहा कि मैंने कस्बा की घटना का जिक्र कहां किया? मेरे बयान का ला कालेज की घटना से कोई संबंध नहीं है। यह पूरी तरह से भ्रामक है, जानबूझकर अपमानित व बेइज्जती करने के लिए मेरे बयान को इस घटना के साथ जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा मैं मीडिया का सम्मान करता हूं। संविधान का चौथा स्तंभ मीडिया है। लेकिन जिस तरह तोड़-मरोड़ कर मेरे बयान को पेश किया जा रहा वह बहुत दुखद है। संविधान ने मुझे अपने आत्मसम्मान की रक्षा करने का अधिकार भी दिया है। अगर जरूरत पड़ी तो मैं कानूनी कार्रवाई भी करूंगा।
ममता बनर्जी की चुप्पी से ऐसे नेताओं को मिल रही ताकत: भाजपा
इधर, उनकी इस टिप्पणी की मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने तीखी आलोचना की है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख व बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जब पूरा देश 24 वर्षीय ला छात्रा के साथ हुई अकल्पनीय क्रूरता से भयभीत है, तृणमूल के नेता अपनी राजनीतिक बास ममता बनर्जी से प्रशंसा पाने के लिए दुष्कर्म को सामान्य बनाने में व्यस्त हैं।
सबसे पहले, तृणमूल के विधायक व पूर्व मंत्री मदन मित्रा ने पीड़िता के साथ हुई घटना के लिए उसके भाग्य को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद सांसद कल्याण बनर्जी ने इस घटना को महत्वहीन बताते हुए बेतुकी टिप्पणी की और कहा कि अगर एक दोस्त अपने दोस्त के साथ दुष्कर्म करता है तो क्या किया जा सकता है?
बीजेपी ने ममता सरकार के मंत्री पर साधा निशाना
मालवीय ने लिखा कि अब, इस भ्रष्ट शासन का एक और चेहरा, राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुइयां ने इस अत्याचार को एक छोटी घटना बताकर टाल दिया और पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे नजरअंदाज करके आगे बढ़ने का आग्रह किया। इस जघन्य अपराध पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी से इन नेताओं को ताकत मिल रही है। एक युवा लड़की को अपनी आकांक्षाओं की कीमत चुकानी पड़ रही है। यह उस पार्टी का लक्षण है जिसने स्त्री-द्वेष को संस्थागत बना दिया है।