अजरुद्दीन को हो रहा क्रिेकेट खेलने का अफसोस
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे मोहम्मद अजरुद्दीन आजकर बेहद नाराज है और इसका कारण हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) का एक फैसला है जिसमे राजीव गांधी स्टेडियम में उनके नाम से बने स्टैंड को हटाने की बात कही गयी है। अजहरुद्दीन ने इसे अपना अपमान बताते हुए अदालत का भी दरवाजा खटखटाने की बात कही है। उन्होंने इस मामले में बीसीसीआई से भी हैदराबाद संघ पर दबाव डालने की अपील भी की है। अजरुद्दीन को अब इस बात का भी अफसोस है कि उन्होंने क्रिकेट क्यों खेला हालांकि वह आज जो कुछ भी हैं क्रिकेट के बल पर ही हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन ने आदेश दिया है कि शहर के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम के नॉर्थ पवैलियन स्टैंड से मोहम्मद अजरुद्दीन का नाम हटाए। यह आदेश एचसीएक के एथिक्स ऑफिसर और लोकपाल जस्टिस (रिटायर्ड) वी ईश्वरैया ने दिया है।
इसमें लोकपाल ईश्वरैया ने अपने आदेश में एचसीए को न सिर्फ स्टैंड से अजरुद्दीन का नाम हटाने को कहा है बल्कि स्टेडियम के टिकटों से भी उनका नाम हटाने को कहा है। उन्होंने एचसएी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि आगे से किसी भी टिकट पर अजहरुद्दीन का नाम नहीं होना चाहिए।
ऐसे में राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में आईपीएल के होने वाले मैचों में भी टिकट पर अजहर का नाम नहीं रहेगा।
अजहरुद्दीन एचसीए के अध्यक्ष रह चुके हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बिना तय प्रक्रिया का पालन किए अपने पक्ष में फैसले लिए। जस्टिस ईश्वरैया ने अपने आदेश में कहा है कि यह मामला पूरी तरह से हितों के टकराव का है। उन्होंने अजहर के खिलाफ शिकायत को सही पाया है।
एचसीए के लोकपाल को लॉर्ड्स क्रिकेट क्लब की तरफ से एक औपचारिक शिकायत मिली थी। शिकायत में गंभीर आरोप लगाया गया था कि एचसीए का अध्यक्ष रहते अजहर ने निष्पक्षता के सिद्धांत को पीछे करते हुए अपने फायदा के फैसले लिए। क्लब ने नॉर्थ पवैलियन से अजहरुद्दीन के नाम को हटाकर उसे वीवीएस लक्ष्मण के सम्मान में उनके नाम पर रखने की भी गुहार लगाई है। अजहर पर हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम के नॉर्थ स्टैंड से वीवीएस लक्ष्मण का नाम हटाकर उस पर अपना नाम लिखवाने का भी आरोप है।