मानसून के दिनों में अगर आप दिल्ली-NCR में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो यमुना वाटिका और बांसेरा पार्क एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है. गुरुवार को भारत के उपराष्ट्रपति और उप-राज्यपाल ने भी इन पार्कों का दौरा किया हैं. बांसेरा पार्क, दिल्ली का एक अनोखा थीम पार्क है, जो बांसों के लिए समर्पित है. इस पार्क की शोभा यहां लगे 25 प्रजातियों के 30000 से ज्यादा बांस के पौधे बढ़ा रहे हैं. वहीं, यमुना वाटिका में ट्रिपल लेयर्ड फ्लोअर डिजाइन वाला बगीचा है.

बांसेरा पार्क दिल्ली के सराय काले खां के पास यमुना नदी के किनारे स्थित है, जो कि एनसीआर का पहला और अकेला बांस थीम पर बना हुआ पार्क है. सुबह 8:30 बजे से रात 8:30 बजे तक इसके खुलने की टाइमिंग है. यहां मेट्रो, डीटीसी बस और प्राइवेट वाहन से आसानी से पहुंचा जा सकता है. बांसेरा पार्क का नियरेस्ट मेट्रो स्टेशन सराय काले खां है. बांसेरा पार्क 163 हेक्टेयर में फैला है और इसकी मुख्य विशेषता इसकी बांस से बनी रचनाएं हैं.

सभी कुछ बांस से बना

यहां गेट, बाउंड्री, शेड और गार्ड रूम सहित कई चीजें बांस से बनी हुई है. आसान शब्दों में कहा जा सकता है कि यहां सब कुछ बांस से ही बना हुआ है, जो कि मुख्य आकर्षण का केंद्र है. यह सब कुछ पर्यावरण के अनुकूलता को देखते हुए किया गया है. पार्क में म्यूजिकल फाउंटेन भी है, जिसके दो शो होते हैं. यह शो शाम 6:30 और 7:30 बजे होता है. इस दौरान खूबसूरत लाइटों के साथ मनमोहक गाने भी बजाए जाते हैं.

पार्क में बना दो मंजिला चांद

पार्क में एक दो मंजिला चांद भी है, जो हुमायूं के मकबरे के दृश्य को और भी सुंदर बनाता है. यह देखने में बेहद खूबसूरत है. यहां बैठने के लिए झोपड़ियां, और एक वॉचटावर भी है. आप अपने परिवार, प्रेमी-प्रेमिका और दोस्तों के साथ पार्क में आकर अच्छा समय बीता सकते हैं. यहां छोटे बच्चों के खेलने के लिए झूलें और लंबा-चौड़ा मैदान भी है. पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए फ्री पार्किंग की भी सुविधा है. साथ ही 10 साल तक के बच्चों की एंट्री पूरी तरह से फ्री है. वहीं, इससे ऊपर उम्र वाले पर्यटकों की 50 रुपए प्रति व्यक्ति एंट्री है.

यमुना वाटिका भी है बेहतर ऑप्शन

यमुना वाटिका भी दिल्ली-NCR में घूमने और क्वालिटी टाइम स्पेंड करना का एक अच्छा ऑप्शन है. यमुना वाटिका एक आकर्षक और इको-फ्रेंडली ग्रीन जोन है. वाटिका यमुना नदी के पश्चिमी किनारे आउटर रिंग रोड के पास और राजघाट पावर प्लांट के ठीक सामने स्थित है. वाटिका में गीता कॉलोनी बिज्र के पास प्रवेश द्वार से सटे 47.5‑टन की नंदी प्रतिमा के पास एक प्रमुख दिशा‑चिन्ह के रूप में स्थित है, जो कि देखने में बहुत ही खूबसूरत है.

वाटिका लगभग 450 एकड़ में फैली हुई है. दिल्ली को हरा-भरा और पर्यावरण अनुकूल बनाने की दिशा में यमुना वाटिका का निर्माण हुआ है. वाटिका का उद्देश्य यमुना फ्लडप्लेन की पारिस्थितिकी को पुनर्स्थापित करना और ग्रीन पब्लिक स्पेस प्रदान करना है.

ट्रिपल‑लेयरेड फ्लोरल डिजाइन

लगभग 9‑10 एकड़ में बहुरंगी फूलों के पौधे रोपे गए, जिन्हें ट्रिपल‑लेयरेड फ्लोरल डिजाइन में सजाया गया, जो कि देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है. वाटिका में गुलमोहर, अमलतास और चिनार जैसे 8000 देशी पेड़ लगाए हैं. साथ ही 200 चेरी ब्लॉसम के पेड़ों के साथ 10,000 बांस के पौधे लगाए गए हैं. पार्क में चार बड़े जलाशय भी है, जिनसे बाढ़ के समय पानी को संभालने में मदद मिलती है. इन जलाशयों की क्षमता लगभग 185 मिलियन लीटर है.

जानें यमुना वाटिका नजदीकी मेट्रो

यमुना वाटिका पहुंचने के लिए, आप बस, मेट्रो या कैब का उपयोग कर सकते हैं. यहां का सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन आईटीओ और इंद्रप्रस्थ है. फिलहाल, अभी तक यमुना वाटिका की एंट्री फ्री है. वाटिका में बैठने के लिए स्पेस और खाने की दुकानें भी है. यहां परिवार, दोस्त और प्रेमी-प्रेमिका के साथ अच्छा समय बिताया जा सकता है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और दिल्ली उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने भी गुरुवार को यमुना वाटिका और बांसेरा पार्क का दौरा कर इनकी सुंदरता की सराहना की हैं.