लखनऊ विकास प्राधिकरण आम नागरिकों और खरीदारों की मांग के अनुरूप अपार्टमेंट बनाएगा. यह अपार्टमेंट शहर के प्राइम लोकेशन पर बनेंगे. फ्लैट कितने कमरों का होगा रहन-सहन के मानक क्या होंगे, सोसाइटी में कैसी और कौन सी सुविधाएं रहेंगी. यह सब नागरिक ही तय करंगे. इसके लिए एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर शहर के चार अलग- अलग स्थान पर बहुमंजिला आवासीय परियोजनाओं के लिए गुरुवार से डिमांड सर्वे लाइव कर दिया गया है.

एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि प्राधिकरण हर वर्ग के लोगों को बेहतर जीवनशैली और बुनियादी सुविधाओं से युक्त आवास उपलब्ध करने के लिए प्रयासरत है. इसी दिशा में कार्य करते हुए गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार, ऐशबाग व वसंत कुंज योजना में बहुमंजिला आवासीय भवनों के निर्माण के लिए लोगों से सुझाव लिए जाएंगे, जिसके लिए डिमांड सर्वे कराया जा रहा है.

डिमांड सर्वे के माध्यम से नागरिकों को प्राथमिकताओं उनकी क्षमता, फ्लैट की श्रेणी 1 बीएचके, 2 बीएचके, 3 बीएचके के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी. सर्वे पूरी पारदर्शिता के साथ ऑनलाइन माध्यम से कराया जा रहा है. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें भाग लेकर अपने सुझाव दे सकें. उन्हंने बताया कि डिमांड सर्वे के लिए वेबसाइट https://egistrotion.idolucknowi n/=Nogin पर आवेदन करना होगा. डिमांड सर्वे में नागरिकों से मिलने वाले सुझावों के आधार पर हो रूपरेखा तैयार की जाएगी.

प्राइम लोकेशन पर प्रस्तावित हैं परियोजनाएं
एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने बताया कि बहुमंजिला आवासीय भवनों के लिए प्रस्तावित चारों स्थान शहर के मुख्यधारा से जुड़े हुए हैं, जहां बेहतर सड़क कनेक्टिविटी, शैक्षिक संस्थान, स्वास्थ्य सुविधाएं और सार्वजनिक परिवहन सुलभ है. कुमार ने बताया कि गोमती नगर और गोमती नगर विस्तार पहले से ही राजधानी के सर्वाधिक विकसित क्षेत्रों में शामिल हैं. वहीं, ऐसबाग और बसंत कुज में आवासीय परियोजना के लिए चिन्हित की गई भूमि भी प्राइम लोकेशन पर है.

नागरिकों के सुझाव पर तैयार होंगे अपार्टमेंट
प्रथमेश कुमार ने बताया कि गोमती नगर के विराज खंड में लगभग 4.1 एकड, गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-4 में राप्ती के पास लगभग 3.6 एकड, ऐशबाग में मिल रोड पर लगभग 3.97 एकड और बसंत कुंज के सेक्टर-जे में लगभग 8.4 एकड़ भूमि पर अपार्टमेंट प्रस्तावित है. सोसाइटी में पार्किंग, प्ले-एरिया, सामुदायिक केंद्र, लिफ्ट समेत अन्य क्या-क्या सुविधाएं आवश्यक हैं, ये नागरिक बता सकेंगे.